Jab Bhi Ye Naya Saal Aata Hai || जब भी ये नया साल आता है


जब भी ये नया साल आता है 

कुछ पुरानी यादें छोड़ जाता है 

कुछ नयी बातें भी ले के आता 

दिसम्बर महीना चला जाता है 

बदले में जनवरी दे के जाता है 

कुछअरमान दिल में रह जाते हैं 

कुछ ख्वाहिशें पूरी भी हो जातीं 

कुछ लोग अपने भी बन जाते हैं 

तो कुछ छोड़ के चले भी जाते हैं

कोई मुझसे मिल के भूल  गया 

तो कुछ ने नए रिश्ते जोड़ लिए 

कुछ लोगों ने जखम भी  दिया 

तो किसी ने खुशियां भी  बाँटीं 

कुछ लोग बदल गए बीते साल 

तो कुछ आज भी याद करते हैं

कुछ जुड़ गए आने वाले साल में 

कुछ परेशान हैं मुझसे अभी भी 

कुछ अभी तक भी अनजान हैं 

बस यूँ ही कुछ मिलते जुलते 

कुछ पास आते कुछ दूर जाते 

बारह महीने गुजर ही जाता है 

जब भी ये नया साल आता है 

कुछ पुरानी यादें छोड़ जाता है 

कुछ नयी बातें भी ले के आता 


धन्यवाद 

सुनीता श्रीवास्तवा  





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