Tumne To Kah Diya II तुमने तो कह दिया
तुमने तो कह दिया अपना अपना देख लेंगे
तुम अब अपने रास्ते जाओ मैं अपने रास्ते
पर मैं समझ ही नहीं पा रही ,तुम्हारी बातें
बस एक पल में ऐसा तुमने कैसे कह दिया
तुम कैसे भूल गए वो साथ बिताये हुए पल
कुछ कसमें खायीं थीं ,कुछ वादे किये थे
तुम्हें देखे बिना नहीं रह सकता आ जाओ
अगर तुम नहीं आयी तो रूठ जावूंगा मैं
खुदा के सिवा कोई जुदा नहीं कर पाये
बस यही दुआ माँगा करते थे तुम हमेशा
भूल गए एक दूसरे से क्या सीखा सिखाया
कैसे एक दूजे के दिल को अपना बनाया
आज भी याद है ,जब थामा था मेरा हाथ
कैसे भूल सकते हो यूँ एक दूजे का साथ
तुम्हारे लिए शायद आसान होगा ये सब
मेरे लिए मुश्किल है उन पलों को भुलाना
तुम अलग मैं अलग सपने में भी सोचना
पता है ना ,हम दोनों एक दूजे के लिए है
जिंदगी के हर मोड़ पर साथ साथ चले हैं
सच में नहीं समझ पा रही तुम्हारी बातें
बहुत परेशान हूँ मैं ,सम्भाल लो आके
बोल दो मजाक कर रहे थे अभी तक
गलती से बोल दिया था इतना सब कुछ
फिर कभी ऐसी बातें जुबां पर ना लाओगे
दुबारा ऐसे कभीमेरा दिल नहीं दुखावोगे
सुनीता श्रीवास्तवा
कोई टिप्पणी नहीं
Thanks For Reading This Post