Is Pal Men Ji Lena Hai II इस पल में जी लेना है


  

एक एक पल  जीवन का है बड़ा अनमोल 

इस पल में जी लेना है ,कुछ कर जाना है 

अगला पल क्या होगा कुछ भी पता नहीं 

कौन साथ रहेगा ,कौन मुझे छोड़ जायेगा 

कौन बोलते बोलते ही बस मौन हो जायेगा

तो इस पल में ही जी भर  के मुस्कुराना है 

इस पल में जी लेना है ,कुछ कर जाना है 

क्या पता आज जय राम जी की बोल के जाये 

अगले पल ये राग गाये या या शांत हो जाये

आज रात में जो सो रहा नरम बिस्तर पर 

अगली सुबह बिस्तर से जमीन पर आ जाये
तो इस पल को ऐसे ही व्यर्थ नहीं गंवाना  है 

इस पल में जी लेना है ,कुछ कर जाना है 

कोई शिकायत नहीं करनी अब किसी से 

नहीं कोई नाराजगी भी नहीं है किसी से 

मेरा है ही क्या ,कुछ तो नहीं मेरे वश में 

जीवन डोर भी है किसी और के हाथ में 

वो जब चाहे ,जैसे चाहे,उधर ही जाना है 

क्या पता अभी हैं ,अगले पल  मर जाना है 

इस पल में जी लेना है ,कुछ कर जाना है 



धन्यवाद 

सुनीता श्रीवास्तवा 


 


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