bade maje ki jamti hai II बड़े मजे की जमती है
दादी जी की पोती पोता से बड़े मजे की जमती है
जब वो चलते फुदक फुदक कर ,दादी खुश हो जाती है
जब डांटे माँ पापा उनको ,दादी उनको डांट लगाती है
कभी उनका चश्मा खींचे ,कभी उनके बालों को नोचे
तरह तरह की अदाकारी ,दादी उनके आगे करती है
दादी जी की पोती पोता से बड़े मजे की जमती है
पोती पोता की अठखेलियां देख ,वो खिल खिल जाती है
कभी बेटे कभी बहु को ,अपना समय का पाठ पढ़ाती है
हम ऐसे करते ,हम वैसे करते ,ये सब सिखलाती है
पोती पोता गलती करते ,फिर भी लाड प्यार दिखाती है
इसीलिए शायद पोती पोता की दादी जी से बनती है
दादी जी की पोती पोता से बड़े मजे की जमती है
धन्यवाद्
सुनीता श्रीवास्तवा
कोई टिप्पणी नहीं
Thanks For Reading This Post