Ab Pahle Se Badal Gaya Hai II अब पहले से बदल गया है
जहाँ अमरुद का पेड़ हुआ करता था
वहां अब एक नया कमरा बन गया है
जिसमें बुआ और चाचू रहा करते थे
वो कमरा अब किराये पर चल गया है
मेरा घर अब पहले से बदल गया है
बड़े बड़े गुलाब खिला करते थे जहाँ
वहां तो अब नया बैठका बन चूका है
अब बड़े फूल वाले सोफे लगे हैं वहां
दादा दादी के शोर हुआ करते थे जहाँ
उस कमरे का रंग थोड़ा ढल गया है
मेरा घर अब पहले से बदल गया है
याद है, जब नीव पड़ी थी इस घर की
दादी को सोने का एक दुकड़ा मिला था
और दादी ने वहां मंदिर बनवा दिया था
रोज भजन कीर्तन हुआ करता था जहाँ
वहां अब कोई दिए बत्ती नहीं जलाता
पापा तो उसे तोड़ने की बात करते हैं
कहते हैं ,पूजा रूम गलत जगह पर है
अब वास्तु शास्त्र का नियम चल गया है
मेरा घर अब पहले से बदल गया है
सब कहते हैं ,ये घर सही नहीं बना है
कल जहाँ हम सब हँस खेल के बड़े हुए
वो घर अब किसी को ठीक नहीं लगता
ये गलत दिशा में है ,वो कोना ठीक नहीं
पुरानी बातें, पुराने डिज़ाइन ,पुराने नियम
आज की आधुनिकता में कहीं जल गया है
मेरा घर अब पहले से बदल गया है
धन्यवाद्
सुनीता श्रीवास्तवा
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