पैसों से दोस्ती II Paison Se Dosti
एक दिन मेरी पैसों से दोस्ती हुई ,
पैसा हर रोज मुझ से मिलता रहता ,
और मैं बहुत ज्यादा अमीर हो गया ,
सारे दोस्त मेरे बहुत करीब आने लगे ,
सगे सम्बन्धी का प्यार और बढ़ गया ,
ऐसा लगा सारी दुनिया बस मेरी है ,
मैं जहाँ जाता ,सब मुझे पहचानते थे ,
जिसने मुझे देखा भी नहीं कभी ,
वो भी मुझे अच्छी तरह जानते थे,
फिर एक दिन पैसा थोड़ा नाराज हो गया ,
जो रोज मेरे साथ हँसता था मिलता था ,
उसका मेल मिलाप भी कम हो गया ,
मेरे दोस्त ने मिलना क्या छोड़ा मुझसे ,
फिर लोगों ने भी दूरियां बढ़ा ली ,
सबका प्यार अचानक कम हो गया
क्योकि पैसों से दोस्ती करने के बाद ,
मैंने लोगों से दोस्ती ख़तम कर दी थी ,
सारे रिश्तों को दरकिनार कर दिया ,
बस अपने दोस्त के साथ ही रहता था,
इसलिए मेरे दोस्त ,पैसों से दोस्ती करो,
मगर उसके पीछे कभी मत भागो ,
उनको भी उतनी ही अहमियत दो ,
जो आपके जीवन में आपके अपने हैं,
उठो जागो और पैसे के साथ साथ ,
लोगों को भी अपना दोस्त बनाओ ,
पैसा नहीं अपनी समझदारी दिखावो ,
और अपने जीवन को खुशहाल बनाओ ,
सुनीता श्रीवास्तवा
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