Ye Jeevan Hai II जीवन है

 

ये जीवन है अच्छे पल भी आएंगे ,बुरे भी आएंगे

अगर अच्छे पल में खुश रहना जानते हो ,

तो बुरे वक्त में हौसला रखना भी सीख लो ,

,कभी भी वक़्त एक जैसा नहीं हो सकता 

रोज सूरज निकलता है तो ढलता भी है ,

मौसम भी समय समय पर रंग  बदलता है, 

अगर उगते सूरज के साथ हंसना  जानते हो ,

तो ढलते शाम के साथ भी खुश रहना सीखो ,

घर से निकले तो कहीं फूल भी मिलेंगे ,

कहीं ईंट पत्थर से ठोकर भी लगेगा ,

कहीं  रौशनी तो कहीं अँधेरा भी होगा ,

आज वक़्त तेरा है  कल मेरा भी होगा  

तो हर वक्त हर पल में निखरना सीख लो ,

खुद पर  भरोसा रखो और आगे बढ़ना सिख लो। 


धन्यवाद् 

सुनीता श्रीवास्तवा 


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