Barish Ki Wo Fuharen || बारिश की वो फुहारें
बारिश की वो फुहारें बड़ी अच्छी लगती हैं
मिट्टी की भीनी भीनी खुशबू ,बागों में छायी हरियाली
झूम उठे सब पेड़ पालो ,बदला रुख हवाओं का
वो मुस्कुराती हुई बौछारें बड़ी अच्छी लगती हैं
फुदक फुदक कर मेढ़क आते ,रस भरा फल फ़ूलों में
फैलाये रंगीले पंख मोरनी ने नाच नाच इठलाये
झूम उठे सब चिड़िया पंछी, अपने राग सुनाये
गरज गरज कर बादल आये ,अपने ढोल बजाये
झींगुर ने भी बाहर आ ,जी भर शोर मचाया
बिजली ने चमक धमक कर आँखें दिखायीं
प्रकृति की ये श्रृंगारें बड़ी अच्छी लगती हैं
बारिश की वो फुहारें बड़ी अच्छी लगती हैं
धन्यवाद
सुनीता श्रीवास्तवा
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