Dosti || दोस्ती


जब मिलते हैं एक दूजे से कोई पहचान नहीं 

कौन हैं वो रहते कहाँ हैं इससे भी अनजान 

एक दूसरे से भी रहते हैं बिलकुल अज्ञान 

फिर बन जाते हैं एक दिन एक दूजे की जान 

बस उसको ही देते हैं हम दोस्ती का नाम 

छोटी छोटी नोंक झोंक होती रहती है फिर 

सुख़ दुःख में एक दूसरे  साथ भी निभाना 

वक्त आने पर  रखना एक दूसरे का मान 

बस उसको ही देते हैं हम दोस्ती का नाम 

एक बोर होता है तो दूसरा करता गुदगुदी 

अकेला महसूस करे तो दूसरा करता हंसी 

करते भरोसा एक दूसरे पर हर हाल में 

हर पल होता है एक दूसरे के लिए सम्मान 

बस उसको ही देते हैं हम दोस्ती का नाम 




धन्यवाद् 
सुनीता श्रीवास्तवा 

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