जब लड़की की शादी होती है II jab ladki ki shadi hoti hai
लड़की दो हिस्सों में आधी आधी होती है ,
जब लड़की की नयी नयी शादी होती है.
वैसे तो वो हर पल मुस्कुराती रहती है ,
पर अंतर्मन से होती है बहुत ही उदास।
नए एहसास के साथ साथ एक नया सफर ,
कुछ उलझ्नानें होती है मन में ,नए चेहरों को देखकर ,
घर की प्यारी बगिया ,खेल खिलोने छोड़ कर ,
नए रिश्तों को जोड़ने के लिए राजी होती है ,
जब लड़की की नयी नयी शादी होती है ।
पीछे वो अल्हड़पन , वो बचपन छूट जाता है ,
अपना घर पराया ,गैरों का घर अपना हो जाता है ,
नए नए रीती रिवाजों की अब आदि होती है ।
जब लड़की की नयी नयी शादी होती है।
एक नया जीवन ,नए लोग ,एक नया परिवार ,
नयी चुनौतियाँ , नए लिबास, नए साज श्रृंगार ,
अपने घर से तन से मन से होती है दूर ,
जो कभी अपने घर की शहजादी होती है ,
जब लड़की की नयी नयी शादी होती है।
धन्यवाद्
सुनीता श्रीवास्तवा
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