Haan Main Badal Gayi Hun || हाँ मैं बदल गयी हूँ
हाँ हाँ मैं आजलकल बदल गयी हूँ ,
लोगों से बातें करना भी कम कर दिया है ,
थोड़ा मिलना जुलना भी छोड़ दिया है ,
बदलते चेहरों से थोड़ा संभल गयी हूँ।
लोगों को थोड़ी सी रूखी लग रही हूँ ,
पहले से ज्यादा अंतर्मुखी लग रही हूँ,
नहीं कोई भी तकलीफ नहीं है मुझे ,
कोई शिकायत भी नहीं किसी से ,
बस जिंदगी थोड़ी ठहर सी गयी है,
बस यूँ समझ लो बिखर सी गयी है,
चुप ही रहना अच्छा लगता है आजकल ,
बदलते माहौल में जिंदगी सहम गयी है ,
मैं भी मुस्कुराते हुए इसी माहौल में ढल गयी हूँ।
हाँ हाँ मैं आजलकल बदल गयी हूँ।
धन्यवाद्
सुनीता श्रीवास्तवा
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