Prakirti Ki Maya || प्रकृति की माया
नीला आसमां किसने बनाया ,
नदियों में पानी कहाँ से आया ,
कौन चलाता है हवाओं के पंखे ,
कहाँ सेआता है बारिशों का झरना।
कहाँ से आवाज आती बादलों की ,
फूलों में आखिर इत्र किसने लगाया ,
किसने दिया है सूरज को गर्मी ,
कहाँ से आयी चाँद में शीतलता
ये सब है कुदरत का करिश्मा ,
सब कुछ है प्रकृति की माया ,
रातों को कौन बुझा जाता है सूरज को
कौन जलाता है चाँद की लाइट
कौन बनाता है पहाड़ों को ऊँचा ,
कौन लगता है उसमेँ झरने की दीवार ,
कैसे बनता है बादलों में इन्द्रधनुष ,
ये कभी भी समझ नहीं आया ,
ये सब है कुदरत का करिश्मा ,
सब कुछ है प्रकृति की माया।
सुनीता श्रीवास्तवा
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