Meri Maan Ki Muskaan || मेरी मां की मुस्कान

दुनिया में सबसे प्यारी है मेरी मां की मुस्कान, 

वो साथ है ,तो साथ है मेरे सारा ज़न्नत जहान। 

आज जो भी मैं हूँ उनकी ही वजह से हूँ ,

मुझे आज भी याद है उनकी वो खामोशियाँ ,

कुछ तो ख्वाइशें रहीं होंगीं उनकी भी अपनी, 

जो मेरी खुशियों के लिए वो कर देती थी कुर्बान। 

लड़ जाती थी घर में हर किसी से वो मेरे लिए  ,

आज भी याद है अपनी मां का हर बलिदान ,

नम हो जाती थीं उनकी भोली आँखें हमेशा, 

जब भी वो मुझे देखती थीं हैरान परेशान। 

बस मां बहुत हुआ ,अब और नहीं ,

इन आँखों में उदासी ,अब और नहीं ,

 तुम्हारा ख्याल रखने की ,अब मेरी बारी है 

तुम्हारी मुस्कराहट अब मेरी जिम्मेदारी है ,

क्योंकि तुम्हारी मुस्कान में बसती है मेरी जान। 

धन्यवाद् 

सुनीता श्रीवास्तवा 


 

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